Trade History सेक्शन आपको आपके द्वारा की गई हर ट्रेड का विस्तृत दृश्य देता है।
यह सिर्फ एक लॉग नहीं है — यह सीखने और सुधारने के लिए एक शक्तिशाली ट्रेडिंग जर्नल है।
आप अपने ट्रेड्स को नोट्स और टैग्स जोड़कर भी जर्नल कर सकते हैं, जिससे आपके विचारों को ट्रैक करना और बाद में विशेष ट्रेड्स ढूँढ़ना आसान हो जाता है।
पिछले ट्रेड्स की समीक्षा करें ताकि पता चले कि क्या काम करता है और क्या नहीं।
ट्रेड्स को टैग करें (जैसे, “breakout”, “news trade”, “overtrade”) ताकि आप उन्हें कभी भी फ़िल्टर और पुनः देख सकें।
अपने भावनाओं, सेटअप, या सीखे गए सबक के बारे में नोट्स लिखें — आपका व्यक्तिगत ट्रेडिंग जर्नल।
🔷 ट्रेड डेटा को समझना
यहाँ हर भाग का मतलब और आपकी मदद कैसे करता है:
🔷 ट्रेड पहचान और समय
-
ट्रेड आईडी: प्रत्येक ट्रेड के लिए यूनिक आईडी।
-
ओपन और क्लोज टाइम: दिखाता है कि ट्रेड कब शुरू हुआ और कब खत्म। यह ट्रैक करने में मदद करता है कि आप ट्रेड कितनी देर पकड़ते हैं और आमतौर पर कब ट्रेड करते हैं।
🔷 एग्ज़ीक्यूशन विवरण
-
खरीद/बेच (Buy/Sell): यह लंबी (खरीद) या छोटी (बेच) पोजीशन थी।
-
वॉल्यूम: लॉट साइज — आपके ट्रेड का आकार।
-
आइटम: ट्रेड किया गया एसेट (जैसे, EUR/USD, गोल्ड, NAS100)।
-
ओपन/क्लोज प्राइस: आपकी एंट्री और एग्ज़िट पॉइंट्स — सटीकता और समय की समीक्षा के लिए आवश्यक।
🔷 रिस्क मैनेजमेंट
-
स्टॉप लॉस (SL): वह कीमत जो आपके नुकसान को स्वचालित रूप से सीमित करती है।
-
टेक प्रॉफिट (TP): वह कीमत जो आपके मुनाफे को स्वचालित रूप से लॉक करती है।
-
SOL $ (Stop-Out Level): सबसे कम बैलेंस जो आपका अकाउंट पहुंच सकता है इससे पहले कि फंडेड अकाउंट ब्रेच हो। यह आपके अकाउंट को खत्म होने से बचाता है।
-
मैक्स SL (पिप्स में अधिकतम स्टॉप लॉस दूरी): सबसे बड़ा स्टॉप लॉस (पिप्स में) जो आपने इस्तेमाल किया है। यह देखने में मदद करता है कि आपका रिस्क स्तर स्थिर है या बहुत ज्यादा है।
-
RPP $ (प्रति पोजीशन रिस्क डॉलर में): आप प्रति ट्रेड कितना पैसा रिस्क कर रहे हैं। यह आपके रिस्क को फिक्स्ड डॉलर राशि के रूप में चेक करने के लिए उपयोगी है।
-
RPP % (प्रारंभिक बैलेंस के % के रूप में रिस्क): यह दिखाता है कि आपने उस ट्रेड पर अपनी शुरुआत की राशि का कितना हिस्सा रिस्क किया। यह सुनिश्चित करता है कि आप प्रति पोजीशन ज्यादा रिस्क न करें (जैसे, इसे 1% से कम रखें)।
🔷 लागत और मुनाफा
-
कमीशन: प्रति ट्रेड ब्रोकर की फीस।
-
स्वैप: आधी रात के बाद ट्रेड पकड़ने के लिए ओवरनाइट फीस।
-
प्रॉफिट: ट्रेड से कमीशन और स्वैप से पहले की कमाई।
-
नेट प्रॉफिट: कमीशन और स्वैप के बाद का मुनाफा — असली परिणाम।
-
संचयी बैलेंस: आपके खाते की वृद्धि को ट्रेड दर ट्रेड दिखाता है।
🧠 ट्रेड हिस्ट्री सेक्शन का उपयोग क्यों करें?
-
जीत और हार दोनों से सीखें।
-
पैटर्न पहचानें और प्रगति ट्रैक करें।
-
टैग्स और नोट्स का उपयोग करके स्मार्ट ट्रेड जर्नल बनाएं।
-
रिस्क स्तर की समीक्षा करें और समय के साथ अपनी रणनीति समायोजित करें।
💡 प्रो टिप: आज ही अपने ट्रेड्स को जर्नल करना शुरू करें। जितना अधिक आप चिंतन करेंगे, उतनी ही तेजी से सुधार होगा।
⁉️ ट्रेड डेटा विश्लेषण में मदद चाहिए?
CTI सपोर्ट से संपर्क करें — हम आपकी मदद के लिए यहाँ हैं।